देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने कहा कि राज्य सरकार मंदिरों के जीर्णोद्धार, मरम्मत एवं विकास कार्यों के लिए संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2025-26 के बजट में देवस्थान विभाग के अधीन 593 मंदिरों में 161 करोड़ रुपए से विकास कार्य करवाए जाने की घोषणा की है। इनमें से प्रदेश के 552 मंदिरों पर 101 करोड़ रुपए तथा प्रदेश से बाहर के 41 मंदिरों में 60 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए जाएंगे।

देवस्थान मंत्री मंगलवार को प्रश्नकाल में इस संबंध में सदस्य द्वारा पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बजट 2025-26 में देवस्थान विभाग में प्रत्यक्ष प्रभार एवं आत्म निर्भर मंदिरों में कार्यरत अंशकालीन पुजारियों को दिए जा रहे मानदेय को 5 हजार रुपए से बढ़ाकर 7500 रुपए प्रतिमाह करने की घोषणा की गई है। साथ ही, भोगराग को दोगुना करते हुए 3 हजार रुपए प्रति माह किया गया है।
श्री कुमावत ने आश्वस्त किया कि झालावाड़ जिले के क्यासरा गांव में स्थित कायावर्णेश्वर महादेव मंदिर की वर्तमान स्थिति का परीक्षण उपरांत वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के अनुसार विकास कार्य करवाया जाएगा।
इससे पहले विधायक श्री कालूराम के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि देवस्थान विभाग के स्तर से विगत पांच वर्षों में कोई नवीन धर्म स्थल का निर्माण नहीं किया गया है। उन्होंने विगत पांच वर्षों में प्रतिवर्ष निर्माण, जीर्णोद्धार, तीर्थयात्रा व अन्य आधारों पर बजट आवंटित एवं व्यय की सूचना तथा विगत पांच वर्षों में वर्ष की समाप्ति पर विभाग की विनियोजित राशि एवं वर्ष में विनियोजन से प्राप्त आय का विवरण सदन के पटल पर रखा।